नवंबर से हर माह ऑन द स्पॉट मिलेंगे बिजली बिल
4.67 लाख+ उपभोक्ताओं को सुविधा के लिए कर्मचारियों को सॉफ्टवेयर का दिया जा रहा प्रशिक्षण
श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ जिले में हर माह बिजली के बिल बिल जारी होने की व्यवस्था लागू होने जा रही है। जोधपुर डिस्कॉम 1 नवंबर से दोनों जिलों के सभी 4.67 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के लिए यह व्यवस्था लागू करने की तैयारी कर रहा है। अक्टूबर में इसका ट्रायल किया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों, लेखाधिकारियों और फीडर इंचार्ज को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मंथली बिलिंग के लिए स्टाफ आदि की व्यवस्था पर भी फोकस किया गया है।
एक सब डिवीजन में 25-30 कर्मचारी इस काम के लिए लगाए जाएंगे। मंथली बिलिंग के लिए दोनों जिलों में डिस्कॉम को 450 कर्मचारियों की आवश्यकता रहेगी। एसई अरुण कुमार शर्मा के अनुसार इसके लिए कुछ जीएसएस ठेके पर दिए जाएंगे जिससे वहां के कर्मचारियों को मीटर रीडिंग और बिलिंग के काम पर लगाया जा सके। डिस्कॉम अधिकारियों ने दावा किया है कि बिलिंग प्रक्रिया बदल जाएगी लेकिन इससे उपभोक्ता पर किसी भी तरह का कोई आर्थिक
भार नहीं पड़ेगा। बिजली मित्र एप से बनेगा बिलः: जोधपुर डिस्कॉम के लेखाधिकारी लोकेश बंसल के अनुसार डिस्कॉम का नया स्पॉट बिलिंग सिस्टम तैयार किया गया है। इसके लिए बेंगलुरु की कंपनी बीसी आईटीएस से अनुबंध किया गया है। कंपनी ने स्पॉट बिलिंग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया है। यह बिजली मित्र एप के साथ काम करेगा। यह एप मोबाइल में डाउन कर दिया जाएगा। विद्युत निगम का मीटर रीडर उपभोक्ता के घर पर जाकर मोबाइल में फोटो लगाकर मीटर रीडिंग ऑनलाइन भरकर ऑन स्पॉट उपभोक्ता को बिजली का बिल उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके लिए सहायक अभियंताओं, एआरओ व एओ लेवल के कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जबकि अन्य कर्मचारियों को चरणवाइज प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मंथली बिलिंग के लिए कंपनी हर सहायक अभियंता ऑफिसर में एक कार्मिक और सर्किल जिला स्तर पर तीन कार्मिकों की नियुक्ति करेगा, जो इस ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम की मॉनिटरिंग करेंगे पहले एक-एक सबडिवीजन में होगा ट्रायल
मंथली स्पॉट बिलिंग के लिए कंपनी की ओर से तैयार किए गए सॉफ्टवेयर की जोधपुर डिस्कॉम के लेखाधिकारियों की ओर से जांच की जा रही है। इसके लिए बनाई गई टीम में श्रीगंगानगर एसई ऑफिस के सहायक लेखाधिकारी राकेश ऐरी शामिल हैं। ऐरी ने बताया कि अभी तो स्पॉट बिलिंग सॉफ्टेवेयर का अध्ययन किया जा रहा है कि यह कैसे काम करेगा। यह किस प्रकार यूनिट्स व टैरिफ दरों की गणना के बाद बिल बनाएगा इसकी जांच के बाद पहले अक्टूबर माह में डिस्कॉम लेवल पर एक सबडिवीजन में ट्रायल के तौर पर मंथली बिलिंग की व्यवस्था लागू की जाएगी। इस दौरान सॉफ्टवेयर की कमियों को दूर करने के बाद 1 नवंबर से इसे पूरे डिस्कॉम में लागू किया जाएगा।